*रिश्तेदार किसे कहते हैं?* *🚩राजकेशरिया🚩*
एक व्यक्ति से मैंने पूछा, *रिश्तेदार किसे कहते हैं?*
उसने कहा , कि *जिन से हमारा खून का रिश्ता हो, वो रिश्तेदार कहलाते हैं। जैसे माता-पिता भाई-बहन चाचा चाची मामा-मामी बुआ मौसी इत्यादि.*
मैंने पूछा, *इनको आप रिश्तेदार क्यों मानते हैं?*
उस ने उत्तर दिया , *क्योंकि ये हमें सुख देते हैं, इसलिए हम उनको रिश्तेदार मानते हैं।* मैंने पूछा, कि क्या ये आपको कभी कभी दुख भी देते हैं?*
वह बोला, *हाँ, ये दुख भी देते हैं।*
मैंने पूछा , *आप को खून के रिश्ते दार ज्यादा दुख देते हैं या दूसरे अपरिचित लोग?* उसने थोड़ा विचार किया, सोच कर बोला, कि *अब तक का अनुभव तो यही है, कि जितना दुख मेरे रिश्ते दारों ने मुझे दिया है, उतना अपरिचित लोगों ने नहीं दिया।*
तो सार क्या हुआ कि *जो खून के रिश्ते दार हैं, वे सुख कम और दुख अधिक देते हैं।*
तो मैंने कहा कि *आप का प्रयोजन खून की रिश्तेदारी है यह सुख प्राप्ति?*
वह बोला, *सुख प्राप्ति।*
मैंने कहा, *यदि कोई व्यक्ति आपका खून का रिश्तेदार ना हो, मित्र आदि हो, और आपको सुख देता हो, तो क्या वह आपका रिश्तेदार कहलाएगा या नहीं?*
वह बोला, *हां, वह भी कहलाएगा।*
तो मैंने कहा कि *असली रिश्तेदार वही है जो आपको सुख देता है, चाहे वह खून का रिश्तेदार हो या न हो। क्योंकि आपका प्रयोजन सुख प्राप्ति है। इसलिए सुख देने वाला व्यक्ति ही आपका वास्तविक रिश्तेदार है* -
*🚩राजकेशरिया🚩*
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